HINDI BRIDGE COURASE 9TH HINDI पाठ - 5 अब्राहम लिंकन का पत्र अपने पुत्र के शिक्षक के नाम
HINDI BRIDGE COURASE 9TH HINDI
पाठ - 5
अब्राहम लिंकन का पत्र अपने पुत्र के शिक्षक के नाम
अब्राहम लिंकन का पत्र
अपने पुत्र के शिक्षक के नाम
हे शिक्षक!
मैं जानता हूँ और मानता हूँ कि न तो हर व्यक्ति सही होता है और न ही होता है सच्चा किंतु तुम्हें सिखाना होगा कि कौन बुरा है और कौन अच्छा।
दुष्ट व्यक्तियों के साथ-साथ आदर्श प्रणेता भी होते हैं, स्वार्थी राजनीतिज्ञों के साथ-साथ समर्पित नेता भी होते हैं. दुश्मनों के साथ-साथ मित्र भी होते हैं, हर विरूपता के साथ सुन्दर चित्र भी होते है
समय भले ही लग जाए, पर यदि सिखा सको तो उसे सिखाना कि पाए हुए पाँच से अधिक मूल्यवान है-स्वयं एक कमाना।
पाई गई हार को कैसे झेले, उसे यह भी सिखाना और साथ ही सिखाना, जीत की खुशियाँ मनाना।
यदि हो सके तो उसे ईर्ष्या या द्वेष से परे हटाना और जीवन में छिपी मौन मुस्कान का पाठ पढ़ाना।
जितनी जल्दी हो सके उसे जानने देना कि दूसरों को आतंकित करने वाला स्वयं कमजोर होता है, वह भयभीत व चिंतित है क्योंकि उसके मन में स्वयं चोर होता है।
उसे दिखा सको तो दिखाना-किताबों में छिपा खजाना। और उसे वक्त देना चिंता करने के लिए... कि आकाश के परे उड़ते पंछियों का आह्लाद, सूर्य के प्रकाश में मधुमक्खियों का निनाद, हरी-भरी पहाड़ियों से झाँकते फूलों का संवाद, कितना विलक्षण होता है अविस्मरणीय... अगाध्ध.....
उसे यह भी सिखाना
धोखे से सफलता पाने से असफल होना सम्माननीय है। और अपने विचारों पर भरोसा रखना अधिक विश्वसनीय है। चाहें अन्य सभी उनको गलत ठहरायें।
परंतु स्वयं पर अपनी आस्था बनी रहे यह विचारणीय है।
उसे यह भी सिखाना कि वह सदय के सदय हो, किंतु कठोर के साथ हो। और लकीर का फकीर बनकर, उस भीड़ के पीछे न भागे जो करती हो निरर्थक शोर।
उसे सिखाना
कि वह सबकी सुनते हुए अपने मन की भी सुन सके, हर तथ्य को सत्य की कसौटी पर कसकर गुन सके। यदि सिखा सको तो सिखाना कि वह दुःख में भी मुस्कुरा सकें, धनी वेदना से आहत हो, पर खुशी के गीत गा सके।
उसे यह भी सिखाना कि आँसू बहते हों तो उन्हें बहने दे, इसमें कोई शर्म नहीं.... कोई कुछ भी कहता हो... कहने दे।
उसे सिखाना -
वह सनकियों की कनखियों से हँसकर टाल सके पर अत्यंत मृदुभाषी से बचने का ख़्याल रखे। वह अपने बाहुबल व बुद्धिबल का अधिकतम मोल पहचान पाए, परंतु अपने हृदय व आत्मा की बोली न लगवाए।
यह भीड़ के शोर में भी अपने कान बन्द कर सके और स्वतः की अंतरात्मा की सही आवाज़ सुन सके, सच के लिए लड़ सके और सच के लिए अड़ सके।
उसे सहानुभूति से समझाना पर प्यार के अतिरेक से मत बहलाना। क्योंकि तप-तप कर ही लोहा खरा बनता है. ताप पाकर ही सोना निखरता है।
उसे साहस देना ताकि वक़्त पड़ने पर अधीर बने सहनशील बनाना ताकि वीर बने।
उसे सिखाना कि वह स्वयं पर असीम विश्वास करे, ताकि समस्त मानव जाति पर भरोसा व आस घरे।
यह एक बड़ा-सा लम्बा चौड़ा अनुरोध है पर तुम कर सकते हो, क्या इसका तुम्हें बोध है? मेरे और तुम्हारे. दोनों के साथ उसका रिश्ता है, सच मानो, मेरा बेटा एक प्यारा सा नन्हा सा फरिश्ता है।
(हिन्दी भावानुवाद: मधु पंत, अगस्त 2004)
धोखे से सफलता पाने से असफल होना सम्माननीय है। और अपने विचारों पर भरोसा रखना अधिक विश्वसनीय है। चाहें अन्य सभी उनको गलत ठहरायें।
परंतु स्वयं पर अपनी आस्था बनी रहे यह विचारणीय है।
उसे यह भी सिखाना कि वह सदय के सदय हो, किंतु कठोर के साथ हो। और लकीर का फकीर बनकर, उस भीड़ के पीछे न भागे जो करती हो निरर्थक शोर।
उसे सिखाना
कि वह सबकी सुनते हुए अपने मन की भी सुन सके, हर तथ्य को सत्य की कसौटी पर कसकर गुन सके। यदि सिखा सको तो सिखाना कि वह दुःख में भी मुस्कुरा सकें, धनी वेदना से आहत हो, पर खुशी के गीत गा सके।
उसे यह भी सिखाना कि आँसू बहते हों तो उन्हें बहने दे, इसमें कोई शर्म नहीं.... कोई कुछ भी कहता हो... कहने दे।
उसे सिखाना -
वह सनकियों की कनखियों से हँसकर टाल सके पर अत्यंत मृदुभाषी से बचने का ख़्याल रखे। वह अपने बाहुबल व बुद्धिबल का अधिकतम मोल पहचान पाए, परंतु अपने हृदय व आत्मा की बोली न लगवाए।
यह भीड़ के शोर में भी अपने कान बन्द कर सके और स्वतः की अंतरात्मा की सही आवाज़ सुन सके, सच के लिए लड़ सके और सच के लिए अड़ सके।
उसे सहानुभूति से समझाना पर प्यार के अतिरेक से मत बहलाना। क्योंकि तप-तप कर ही लोहा खरा बनता है. ताप पाकर ही सोना निखरता है।
उसे साहस देना ताकि वक़्त पड़ने पर अधीर बने सहनशील बनाना ताकि वीर बने।
उसे सिखाना कि वह स्वयं पर असीम विश्वास करे, ताकि समस्त मानव जाति पर भरोसा व आस घरे।
यह एक बड़ा-सा लम्बा चौड़ा अनुरोध है पर तुम कर सकते हो, क्या इसका तुम्हें बोध है? मेरे और तुम्हारे. दोनों के साथ उसका रिश्ता है, सच मानो, मेरा बेटा एक प्यारा सा नन्हा सा फरिश्ता है।
(हिन्दी भावानुवाद: मधु पंत, अगस्त 2004)
परंतु स्वयं पर अपनी आस्था बनी रहे यह विचारणीय है।
उसे यह भी सिखाना कि वह सदय के सदय हो, किंतु कठोर के साथ हो। और लकीर का फकीर बनकर, उस भीड़ के पीछे न भागे जो करती हो निरर्थक शोर।
उसे सिखाना
कि वह सबकी सुनते हुए अपने मन की भी सुन सके, हर तथ्य को सत्य की कसौटी पर कसकर गुन सके। यदि सिखा सको तो सिखाना कि वह दुःख में भी मुस्कुरा सकें, धनी वेदना से आहत हो, पर खुशी के गीत गा सके।
उसे यह भी सिखाना कि आँसू बहते हों तो उन्हें बहने दे, इसमें कोई शर्म नहीं.... कोई कुछ भी कहता हो... कहने दे।
उसे सिखाना -
वह सनकियों की कनखियों से हँसकर टाल सके पर अत्यंत मृदुभाषी से बचने का ख़्याल रखे। वह अपने बाहुबल व बुद्धिबल का अधिकतम मोल पहचान पाए, परंतु अपने हृदय व आत्मा की बोली न लगवाए।
यह भीड़ के शोर में भी अपने कान बन्द कर सके और स्वतः की अंतरात्मा की सही आवाज़ सुन सके, सच के लिए लड़ सके और सच के लिए अड़ सके।
उसे सहानुभूति से समझाना पर प्यार के अतिरेक से मत बहलाना। क्योंकि तप-तप कर ही लोहा खरा बनता है. ताप पाकर ही सोना निखरता है।
उसे साहस देना ताकि वक़्त पड़ने पर अधीर बने सहनशील बनाना ताकि वीर बने।
उसे सिखाना कि वह स्वयं पर असीम विश्वास करे, ताकि समस्त मानव जाति पर भरोसा व आस घरे।
यह एक बड़ा-सा लम्बा चौड़ा अनुरोध है पर तुम कर सकते हो, क्या इसका तुम्हें बोध है? मेरे और तुम्हारे. दोनों के साथ उसका रिश्ता है, सच मानो, मेरा बेटा एक प्यारा सा नन्हा सा फरिश्ता है।
(हिन्दी भावानुवाद: मधु पंत, अगस्त 2004)
कार्यपत्रक-1
श्रुतलेख - शिक्षक द्वारा बोले गए शब्दों को लिखिए।
कार्यपत्रक-2
दिए गए शब्दों के अर्थ सहित वाक्य बनाइए
शब्द. अर्थ वाक्य
मृदुभाषी मीठी वाणी बोलने वाला हमें सदैव मृदुभाषी होना चाहिए।
सम्माननीय सम्मान के योग्य मेरे शिक्षक एक सम्माननीय व्यक्ति हैं।
अविस्मरणीय ना भूलने योग्य उत्तराखंड में मैं अविस्मरणीय दृश्य देखे।
फरिश्ता भगवान का दूत हर एक बच्चा फरिश्ता होता है।
अगाध बहुत अधिक मुझे ईश्वर में अगाध श्रद्धा है।
सहानुभूति दया की भावना हमें दीन दुखियों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए
कनखियों आंख की कौरो से हमें कुछ बातें कनखियों से ताल देना चाहिए |
बाहुबल भुजाओं का बाल विजेता पहलवान मे बहुत बाहुबल है |
अंतरात्मा मन की आवाज हमें अपनी अंतरात्मा की बात माननी चाहिए |
सनकियों बात -बात मे गुस्सा हमें सनकियों से दूर रहना चाहिए |
गायत्री कोचिंग क्लासेस
पता - मैन बस स्टैंण्ड के पीछे शीतल ज्वेलर्स के सामने चन्दनवाड़ा रोड चौरई जिला - छिन्दवाड़ा म. प्र.
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479
कार्यपत्रक-3
नीचे दिए गए प्रारूप के अनुसार अपने मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए पत्र लिखिए। अनौपचारिक पत्र का प्रारूप -
पत्र भेजने वाले का पता
दिनांक
संबोधन
अभिवादन
संदेश
28
पत्र लिखने वाले का भेजने वाले से संबंध
पत्र लिखने वाले का नाम
कार्यपत्रक-4
निम्नांकित चिह्नों के सामने उनके नाम लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए -
चिह्न नाम उदाहरण
? प्रश्नवाचक क्या तुम कल स्कूल गए थे?
! विस्मयादिबोधक अरे! यह कैसे हो गया।
; अर्धविराम. वह बहुत मेहनत करता है; इसलिए वह सफल होता है।
, अल्पविराम. कविता, मोना स्कूल जा रही है।
- योजक. हमें माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।
" " उद्धरण चिह्न "राम ने कहा, मैं कल जाऊंगा।"
निम्नलिखित वाक्यों में यथास्थान उचित विराम चिह्न लगाकर वाक्य पुनः लिखिए-
क्या ये आपका कुत्ता है.........क्या ये आपका कुत्ता है ?
अरे तुम जा रहे हो............ अरे ! तुम जा रहे हो |
मेरी टोकरी में आम केला सेब आदि फल हैं..............मेरी टोकरी में आम, केला ,सेब आदि फल हैं |
उसे यह भी सिखाना धोखे से सफलता पाने से असफल होना सम्माननीय है....................उसे यह भी सिखाना, धोखे से सफलता पाने से असफल होना सम्माननीय है |
दुश्मनों के साथ साथ मित्र भी होते हैं.........दुश्मनों के साथ- साथ मित्र भी होते हैं |
सच मानो, मेरा बेटा एक प्यारा सा नन्हा सा फरिश्ता है!.........सच मानो, मेरा बेटा एक प्यारा सा नन्हा सा फरिश्ता है |
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कार्यपत्रक-5
रिक्त स्थान में सही शब्द चुनकर लिखिए।
सुंदरता, प्रणेता ,दुश्मनों ,जीत ,असफल ,अच्छा
1. दुष्ट व्यक्तियों के साथ-साथ आदर्श .......प्रणेता..भी होते हैं।
2. .....दुश्मनों.......के साथ मित्र भी होते हैं।
3. हर विरूपता के साथ ....सुंदरता..भी होती है।
4. हार के साथ ........जीत....की खुशियाँ मनाना।
5. धोखे से सफलता पाने से......असफल... होना सम्माननीय है।
6. बुरा है कौन और......अच्छा...... है कौन?
कार्यपत्रक-6
मिलते जुलते अर्थ के युग्म बनाइए ।
चुप चाप
लंबा ठाक
ठीक. चौड़ा
दुःख पास
आचार. कूद
आस बदन
उछल. बाड़ी
तन तैसे
खेती सुख
जैसे विचार
उत्तर -
चुप चाप
लंबा चौड़ा
ठीक. ठाक
दुःख सुख
आचार. विचार
आस पास
उछल. कूद
तन बदन
खेती बाड़ी
जैसे तैसे
कार्यपत्रक-7
अपने मित्र को 'प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर बधाई पत्र लिखिए।
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कक्षा 9वीं हिन्दी ब्रिज कोर्स सम्पूर्ण हल
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