HINDI BRIDGE COURASE 9TH HINDI पाठ - 3 अंतरिक्ष की सैर

 

BRIDGE COURSE HINDI 

Class - 9th

अध्याय - 3   अतरिक्ष की सैर

कक्षा 9वीं हिन्दी ब्रिज कोर्स पाठ 3

गायत्री कोचिंग क्लासेस 





अंतरिक्ष की सैर


क्या आप ने कभी सोचा है कि अंतरिक्ष में यात्री कैसे चलते हैं? कैसे खाते हैं? क्या खाते हैं? आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब.....

अंतरिक्षयान का नाम सुनते ही हम आकाश में विचरण करने की कल्पना करने लगते हैं, यही नहीं जब हम गरमी के दिनों में रात को कुछ देर के लिए आँगन में लेटे होते हैं तो आकाश में असंख्य तारे झिलमिलाते नज़र आते हैं, उन्हीं तारों के बीच से एक तारा घूमता नज़र आता है, यही वह अंतरिक्षयान है जिसकी हम कल्पना करते हैं, कुछ वर्ष पहले अंतरिक्षयान कोलंबिया दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और उस हादसे में भारतीय मूल की साइंटिस्ट (कल्पना चावला) सहित 7 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो गई थी, हमारे मन-मस्तिष्क में यह प्रश्न उठता है कि ये अंतरिक्ष यात्री ऊपर आकाश में कौन-कौन सी चीजें खोजते हैं? कैसे रहते हैं और कैसे दिन बिताते हैं?

इसी तरह के कई सारे सवाल सभी के मन में रहते हैं कि ये अंतरिक्ष यात्री क्या खोजते रहते हैं और क्या खाते हैं?

सब से पहले हम आपको यह बताते हैं कि अंतरिक्ष यात्री कौन होते हैं, अंतरिक्ष यात्री साइंटिस्ट (वैज्ञानिक) होते हैं जो अपने हर काम में पारंगत होते हैं, वे सिर्फ साइंटिस्ट ही नहीं बल्कि अंतरिक्षयान के तकनीकी पहलुओं की जानकारी भी रखते हैं, दरअसल, अंतरिक्षयान हवाई जहाज़ का ही एक बदला हुआ रूप है, वर्षों पहले अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्षयान का खुद ही हैंडल चलाना पड़ता था, लेकिन वर्तमान परिवेश में सब काम कम्प्यूटर के ज़रिए होते हैं, आकाश में जा रहे अंतरिक्षयान के यात्रियों की सभी गतिविधियों की जानकारी हम पृथ्वी स्थित अपनी प्रयोगशालाओं में चित्रों के माध्यम से देख व सुन सकते हैं।

अंतरिक्ष की अवस्थाएँ पृथ्वी से भिन्न होती हैं, वहाँ गुरुत्वाकर्षण शक्ति नहीं होती, अंतरिक्ष यात्री खुद को भारहीन महसूस करता है, वहीं किसी भी दिशा में घूम-फिर सकता है। अंतरिक्ष में पृथ्वी जैसा वायुमंडल नहीं होता, न अधिक तापमान और न ही हानिकारक विकिरणों से बचाव का रास्ता, ये सभी चीजें एक अंतरिक्ष यात्री को झेलनी पड़ती हैं।

अंतरिक्ष में जाने से पहले इन यात्रियों को एक विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण के दौरान अंतरिक्ष यात्री को करीब एक साल तक घर से दूर रहना पड़ता है। अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष यात्री को पृथ्वी पर स्थित प्रयोगशालाओं में प्रशिक्षण दिया जाता है। अंतरिक्ष यात्री की उम्र 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए और वह एकदम कसे हुए एवं स्वस्थ शरीर का व्यक्ति होना चाहिए।

दरअसल, अंतरिक्ष की परिस्थितियों को हू-ब-हू पृथ्वी पर स्थित प्रयोगशालाओं में महसूस नहीं किया जा सकता, इसलिए अंतरिक्ष यात्री को गुब्बारों, ऊँचाई पर उड़ने वाले हवाईजहाज़ों और भू-उपग्रहों में ऊपर भेजा जाता है, जहाँ वह अंतरिक्ष का वास्तविक एहसास करता है, वैसे यान के ऊपर उठते समय अंतरिक्ष यात्री को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल की अपेक्षा 6 गुणा अधिक बल का अनुभव होता है, यह एक कठिन परिस्थिति होती है। अंतरिक्ष यात्री को प्रशिक्षण के दौरान सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक तथा रात को भी प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि अंतरिक्ष यात्री रात-दिन की विभिन्न परिस्थितियों को जान सकें |

कभी-कभी प्रशिक्षण के दौरान अंतरिक्ष यात्री अपने को तनाव में महसूस करता है और चिड़चिड़ा हो जाता है। इसमें आश्चर्य की बात यह है कि यात्री अपने शरीर को हिलाडुला भी नहीं सकता है, कभी-कभी उसकी देखने

व सुनने की शक्ति समाप्त हो जाती है। इसलिए अंतरिक्ष यात्री को रॉकेट द्वारा चलित स्लेज पर विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। यह स्लेज मीलों लम्बी इस्पात की पटरियों पर बहुत तेज़ गति से दौड़ती है और एकदम रोक दी जाती है। स्लेज की गति और स्पंदन से उस पर बैठे मनुष्य को अधिक दबाव का सामना करना पड़ता है। क्योंकि यात्रा के दौरान इस तरह का ताप और कंपन सहन करना पड़ता है। एक बात और, अंतरिक्ष यात्री को कैप्सूल में बने हुक से लटकाया जाता है। अंतरिक्ष यात्री को खाने के लिए केवल तरल पदार्थ दिया जाता है ताकि वह आसानी से अपना पेट भर सके, सूखा भोजन अंतरिक्षयान में इधर-उधर उड़ता घूमता रहेगा क्योंकि यान में इस तरह की स्थिति होती है।

अंतरिक्षयान वायुयान का मिलाजुला रूप है। अंतरिक्षयान को तैयार करने में महीनों तैयारी करनी पड़ती है, यान के ऊपरी भाग पर एक विशेष प्लेट लगाई जाती है ताकि वायुयान में उड़ान भरते समय या वायुमंडल में प्रवेश करते समय कोई अतिरिक्त दबाव न पड़े। विश्व का सब से बड़ा अंतरिक्ष संस्थान 'नासा' है जो अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में स्थित है। भारत के अंतरिक्ष केंद्र का नाम 'इसरो है, यही है अंतरिक्षयात्री की कहानी।

  कार्यपत्रक 1.  

(i) श्रुतलेख - शिक्षक द्वारा बोले गए शब्दों को लिखिए।


(ii) दिए गए शब्दों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए-


        शब्द.                   अर्थ                     वाक्य.   

(क) प्रशिक्षण. 
(ख) अंतरिक्ष
(ग) संस्थान
(घ) प्रयोगशाला
(ङ) वायुमण्डल
उत्तर - - 


    कार्यपत्रक-2.    

नीचे कुछ चित्र दिए जा रहे हैं। अपनी कल्पना के आधार पर तथा दिए गए चित्र की सहायता से अंतरिक्ष की सैर पर आठ पंक्तियाँ लिखिए और उचित शीर्षक भी दीजिए -

 


उत्तर - एक अंतरिक्ष यात्री यह होता है जिसने प्रशिक्षण प्राप्त किया हो मैं एक अंतरिक्ष यात्री बनना गहता हूँ। अंतरिक्षयान में उड़ान भरना चाहता हूँ। अंतरिक्ष यात्री  बनने के लिए में विज्ञान विषय पढ़ना चाहता हूँ। प्रयोगशाला में प्रयोग करना चाहता है। अभी तक 567 लोग अंतरिक्ष में जा चुके हैं | 


   कार्यपत्रक 3.   

दिए गए शब्दों के अर्थ शब्दकोश से ढूँढ़ कर लिखिए। आप अपने साथी या शिक्षक से भी मदद ले सकते हैं।

अंतरिक्ष -      अनंत आकाश 
विज्ञान -      विशेष ज्ञान 
वायुमंडल -  वायु की परत 
दुर्घटना -        बुरी घटना 
प्रयोगशाला - परीक्षण शाला 
भू-उपग्रह -  धरती का उपग्रह 
वायुयान -  वायु में चलने वाला यान 
क्रियाकलाप - गतिविधि 

2. दिए गए शब्दों को शब्दकोश के क्रम में लगाएँ-
विचरण, यात्री, झिलमिलाते, प्रशिक्षण, अंतरिक्ष, अवस्था, इस्पात, संस्थान, अवधारणा, सिद्धान्त, गुरुत्वाकर्षण, कम्प्यूटर, तापमान, पृथ्वी, प्रयोगशाला, परिस्थिति, विकिरणों, भारहीन

उत्तर  - अंतरिक्ष अवधारणा अवस्था
      इस्पात कम्प्यूटर  गुरुत्वाकर्षण
      झिलमिलाते तापमान पृथ्वी, प्रयोगशाला 
    भारहीन यात्री विकिरणों विचरण संस्थान सिद्धान्त


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    कार्यपत्रक- 4    



दिए गए शब्दों को वाक्य में प्रयोग कीजिए-

शब्द                             वाक्य
गुरुत्वाकर्षण -   अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण शक्ति नही होती।
   अंतरिक्षयान -   अंतरिक्षयान वायुयान का मिला-जुला रुप है।
   यात्री - अंतरिक्ष में यात्री कैसे चलते है।
वायुमंडल - वायुमंडल में विभिन्न प्रकार की गैसे होती है।
पृथ्वी - पृथ्वी एक ग्रह है |
प्रशिक्षण - अंतरिक्ष यात्री को प्रशिक्षण दिया जाता है।
संस्थान - विश्व का सबसे बड़ा अंतरिक्ष संस्थान "नासा" है
उड़ान - अंतरिक्ष यान ने कल उड़ान भरी |
तापमान - आज का तापमान बहुत अधिक है  | 

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  कार्यपत्रक-5  

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
(1) अंतरिक्ष यात्री कौन होते हैं?
उत्तर - अंतरिक्ष यात्री साइंटिस्ट होते हैं। 

(2) अंतरिक्ष यात्री की उम्र क्या होनी चाहिए?
उत्तर - अंतरिक्ष यात्री की उम्र 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।

(3) अंतरिक्षयान किसका मिला-जुला रूप है?
उत्तर - अंतरिक्षयान वायुयान का मिला-जुला रूप है।

(4) भारत के अंतरिक्ष केन्द्र का नाम क्या है?
उत्तर - भारत के अंतरिक्ष केंद्र का नाम इसरो है.|

(5) विश्व का सबसे बड़ा अंतरिक्ष संस्थान कहाँ है?
उत्तर - विश्व का सबसे बड़ा अंतरिक्ष संस्थान नासा है जो अमेरिका में स्थित हैं |

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