समाजशास्त्र 12th ncert || GAYATRI COACHING CLASSES ||
वार्षिक परीक्षा 2026 के लिये महत्वपूर्ण प्रश्न
विषय :- समाजशास्त्र (12th)
MP BOARD QU. 6,7,8,9,10,11,12,13,14,15
निर्धारित अंक :- 2
प्रश्न 1. जनांकिकी का अर्थ समझाइए?
उत्तर-जनांकिकी का अर्थ :- जनांकिकी वह विज्ञान है जो किसी समाज की जनसंख्या के आकार, घनत्व तथा उसमें होने वाली वृद्धि अथवा कमी से सम्बन्धित परिवर्तनों को स्पष्ट करता है। इसे जनसांख्यिकी भी कहा जाता है।
प्रश्न 2. जनांकिकी की कोई दो उपयोगिताएँ बताइए?
उत्तर- जनांकिकी की कोई दो उपयोगिताएँ
(1) समाज में सामाजिक-आर्थिक विकास का केन्द्र जनसंख्या होती है। इसी के आधार पर हम अपने साधनों का सही मूल्यांकन कर सकते हैं।
(2) रोजगार के अवसरों में वृद्धि का आधार जनसंख्या होती है।
प्रश्न 3. प्रतिस्थापन स्तर किसे कहते हैं ?
उत्तर- प्रतिस्थापन स्तर — प्रतिस्थापन स्तर वह होता है, जब जन्म दर और मृत्यु दर के बीच बहुत कम अन्तर रह जाने से जनसंख्या स्थिर हो जाती है।
प्रश्न 4. आयु संरचना से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- आयु संरचना :- किसी समाज की कुल जनसंख्या के विभिन्न आयु वर्गों में व्यक्तियों का अनुपात आयु संरचना कहलाती है।
प्रश्न 5. जनांकिकी की तीन प्रमुख शाखाओं के नाम लिखिए।
उत्तर- (1) औपचारिक जनांकिकी, (2) सामाजिक जनांकिकी, तथा (3) आर्थिक जनांकिकी।
प्रश्न 6. जाति का क्या अर्थ है ?
उत्तर-जाति शब्द की उत्पत्ति पुर्तगाली मूल के शब्द कास्टा (Casta) से हुई है। पुर्तगाली कास्टा का अर्थ है-विशुद्ध नस्ल ।
प्रश्न 7. प्रजाति का क्या अर्थ है ?
उत्तर- प्रजाति से तात्पर्य मनुष्यों के ऐसे आनुवंशिक शारीरिक लक्षणों से है जिनके आधार पर हम विश्व के मनुष्यों को विभिन्न श्रेणियों में बाँटते हैं।
प्रश्न 8. अस्पृश्यता क्या है ?
उत्तर- 'अस्पृश्यता' जिसे आम बोलचाल में छुआछूत कहा जाता है, जिसके अन्तर्गत निचली जातियों के लोगों को कर्मकांड की दृष्टि से अशुद्ध माना जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि उनके स्पर्श करने से भी लोग अशुद्ध हो जाएँगे। जाति व्यवस्था के अधिक्रम में निचली जातियाँ सबसे नीचे मानी जाती थीं। निचली जातियाँ सामाजिक संस्थाओं से बहिष्कृत कर दी गईं। यह जाति व्यवस्था का अत्यधिक जटिल पहलू है।
प्रश्न 9. वंचित समूह किसे कहते हैं ?
उत्तर- भारतीय समाज का ऐसा समूह जिसको सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक अधिकार प्राप्त नहीं हुए थे, उस समूह को वंचित समूह कहते हैं क्योंकि ये अधिकार न मिलने के कारण वह विकास से वंचित रह गए।
प्रश्न 10. राष्ट्रीय एकीकरण क्या है ?
उत्तर- राष्ट्रीय एकीकरण का अभिप्राय-राष्ट्र में रहने वाले निवासियों के बीच जाति, पंथ और भाषा का भेदभाव किए बिना उनमें परस्पर समान अनुभूतियों और सुख-दुःख की भावना का होना राष्ट्रीय एकीकरण कहलाता है।
प्रश्न 11. सत्तावादी राज्य का क्या अर्थ है ?
उत्तर- सत्तावादी, राज्य वे हैं, जहाँ नागरिकों की आवाज दबा दी जाती है। सरकार किसी के प्रति उत्तरदायी नहीं होती है तथा वहाँ भाषण की स्वतन्त्रता, प्रेस की स्वतन्त्रता, राजनीतिक क्रियाकलाप की स्वतन्त्रता, सत्ता के दुरुपयोग से संरक्षण का अधिकार नहीं होते हैं।
प्रश्न 12. प्रदत्त पहचान से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- जो पहचान जन्म के माध्यम से प्राप्त होती है इसमें व्यक्तियों की पसन्द-नापसन्द शामिल नहीं होती। यह पहचान उसे अपने परिवार, जाति अथवा समुदाय से प्राप्त होती है।
प्रश्न 13. अल्पसंख्यक कौन हैं ?
उत्तर-सामान्य भाषा में अल्पसंख्यक वे लोग कहलाते हैं जो धर्म व भाषा की दृष्टि से संख्या में कम हैं या एक अन्य रूप में कहा जा सकता है कि किसी भी समाज की जनसंख्या में जिन लोगों का धर्म के आधार पर कम प्रतिनिधित्व होता है, उन्हें अल्पसंख्यक कहते हैं।
प्रश्न 14. संरचनात्मक परिवर्तन किसे कहते हैं ?
उत्तर :- संरचनात्मक परिवर्तन से समाज की संरचना में ही परिवर्तन आ जाता है, अर्थात् जब समाज में चल रही संस्थाओं अथवा नियमों में परिवर्तन आना शुरू हो जाए, तो उसे संरचनात्मक परिवर्तन कहते हैं।
प्रश्न 15. प्रवासन क्या है ?
उत्तर - लोगों का काम के लिए पलायन ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों की तरफ होना जिससे उन्हें जीवन स्तर की प्राप्ति हो सके, प्रवासन कहलाता है।
प्रश्न 16. सामाजिक परिवर्तन किसे कहते हैं ?
उत्तर- सामाजिक परिवर्तन समाज के आधारभूत परिवर्तनों को कहते हैं। इसके अन्तर्गत मूलतः प्रस्थिति, वर्ग, स्तर तथा व्यवहार के अनेकानेक प्रतिमान बनते एवं बिगड़ते हैं। समाज गतिशील है और समय के साथ परिवर्तन अवश्यंभावी है।
प्रश्न 17. सामाजिक परिवर्तन तथा सांस्कृतिक परिवर्तन में क्या अन्तर है ?
उत्तर-सामाजिक परिवर्तन केवल सामाजिक सम्बन्धों में परिवर्तन तक सीमित है, जबकि सांस्कृतिक परिवर्तन में कला, विज्ञान व साहित्य के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तन सम्मिलित है। सामाजिक सम्बन्धों में परिवर्तन आसानी से और शीघ्रता से हो सकता है, किन्तु संस्कृति में परिवर्तन धीमी गति से होता है।
प्रश्न 18. औद्योगीकरण किसे कहते हैं ?
उत्तर- औद्योगीकरण से आशय शक्ति के बेजान स्रोतों के आर्थिक उत्पादन के लिए विस्तृत प्रयोग से है तथा जिससे यातायात व संचार का विकास भी होता है।
प्रश्न 19. विनिवेश किसे कहते हैं ?
उत्तर—सरकार द्वारा सार्वजनिक उद्योगों में लगी अपनी पूँजी को वापस लेने की प्रक्रिया को विनिवेश कहा जाता है।
प्रश्न 20. आउटसोर्सिंग क्या है ?
उत्तर-बाह्य स्रोतों द्वारा काम लेने की प्रक्रिया को आउटसोर्सिंग कहते हैं।
प्रश्न 21. कॉल सेण्टर क्या है ?
उत्तर-जिन विकसित देशों में विभिन्न वस्तुएँ या सेवाएँ महँगी हैं, उनमें कम्प्यूटर नेटवर्क के द्वारा बहुत-सी सेवाएँ उन देशों से ली जाने लगी हैं, जहाँ उन्हें कम मूल्य पर प्राप्त किया जा सकता है। ऐसी सेवाएँ देने वाले व्यापारिक केन्द्रों को ही कॉल सेण्टर कहा जाता है।
प्रश्न 22. जनसंख्या विस्फोट किसे कहते हैं ?
उत्तर- जब किसी देश की जनसंख्या की मृत्यु-दर में कमी होती है, बाल मृत्यु-दर में कमी होती है लेकिन जन्म-दर और जीवन प्रत्याशा में वृद्धि होती है तो इन सबके संयुक्त प्रभाव के कारण जनसंख्या में बहुत तेजी से वृद्धि होती है, इस स्थिति को ही जनसंख्या विस्फोट कहा जाता है।
प्रश्न 23. भारत में जनांकिकी की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए । (कोई दो )
उत्तर- भारत में जनांकिकी की प्रमुख विशेषताएँ- भारत में जनांकिकी की विशेषताएँ अग्रलिखित हैं-
(1) जनसंख्या का आकार भारत एक विशाल देश है, जिसमें जनसंख्या का आकार भी बहुत विस्तृत है।
(2) साक्षरता- स्वतन्त्रता के बाद साक्षरता को दर दोगुनी से अधिक हो जाने के बाद भी भारतीय समाज के परम्परागत सामाजिक ढाँचे में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुए।
(3) मृत्यु-दर- जनसंख्या में शिशु मृत्यु दर आज भी काफी अधिक है। पुरुषों की तुलना में स्त्रियों का अनुपात कम होने और उन्हें स्वास्थ्य की कम सुविधाएँ मिलने के कारण सामाजिक संरचना में पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों की स्थिति आज भी कमजोर है।
(4) स्थान परिवर्तन की प्रवृत्ति - जनसंख्या में स्थान
परिवर्तन की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है जिससे ग्रामीण जनसंख्या में कमी हो रही है और नगरों की जनसंख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
प्रश्न 24. आयु संरचना से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- किसी समाज की कुल जनसंख्या के विभिन्न आयु वर्गों में व्यक्तियों का अनुपात आयु संरचना कहलाती है।
प्रश्न 25. भारत में गिरते स्त्री-पुरुष अनुपात के क्या कारण हैं ?
उत्तर- स्त्री-पुरुष अनुपात जनसंख्या में लैंगिक सन्तुलन का महत्वपूर्ण सूचक है। विगत शताब्दी में भारत में स्त्री-पुरुष अनुपात में लगातार गिरावट हो रही है। भारत के पाँच राज्यों और संघ राज्यों के क्षेत्रों में बाल स्त्री-पुरुष अनुपात प्रति 1000 पुरुष के पीछे 900 स्त्रियों से भी कम है। हरियाणा में तो बाल स्त्री-पुरुष अनुपात प्रति 1000 पुरुष के पीछे 1885 है। भारत में स्त्री-पुरुष अनुपात में गिरावट आने के कई कारण है; जैसे- शैशवावस्या में बच्चियों की देखभाल की घोर उपेक्षा, लिंग विशेष का गर्भपात, बालिका शिशु की हत्या, गर्भस्थ शिशु का परीक्षण, बालिका भ्रूण को गर्भ में ही नष्ट कर देना। उपर्युक्त कारणों से स्त्री-पुरुष अनुपात लगातार गिर रहा है।
प्रश्न 26. हरबर्ट रिजले की जनगणना का क्या महत्त्व है ?
उत्तर - 1901 में हरबर्ट रिजले की जनगणना ने जाति के सामाजिक अधिक्रम के बारे में जानकारी इकट्ठी करने का प्रयत्न किया । जाति के सामाजिक बोध से गणना करना आसान
हो गया।
प्रश्न 27. नातेदारी किसे कहते हैं ?
उत्तर - सामाजिक मान्याताओं के अनुसार वे सभी सम्बन्ध, जो विवाह और रक्त सम्बन्ध पर आधारित होते हैं इनमें निकट तथा दूर के, घनिष्ठ तथा कम, मधुर या कटु हर प्रकार के सम्बन्धियों का समावेश रहता है।
प्रश्न 28. लैंगिक विभेद किसे कहते हैं ?
उत्तर - जैविकीय या शारीरिक दृष्टिकोण से तो सम्पूर्ण मानव जाति और पुरुष के बीच अन्तर देखने को मिलता है लेकिन भारतीय समाज में लिंग के आधार पर स्त्री एवं पुरुष में जो भेदभाव किया जाता है, उसे लैंगिक विभेद कहते हैं।
प्रश्न 29. अनुसूचित जातियाँ किसे कहते हैं ?
उत्तर - जाति प्रथा के अन्तर्गत चार प्रमुख जातियों के अलावा एक पाँचवाँ वर्ग भी है जिसके सदस्यों को परम्परागत रूप से अस्पृश्य कहा जाता था। सरकार ने कुछ विशेष सुविधाएँ व संरक्षण देने के उद्देश्य से एक सूची के अन्तर्गत रखते हुए अनुसूचित जाति का नाम दिया, उन्हें ही अनुसूचित जातियाँ कहा जाता है।
प्रश्न 30. क्षेत्रवाद से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर - क्षेत्रवाद एक विचारधारा है जिसका सम्बन्ध ऐसे क्षेत्र से होता है जो आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक या सांस्कृतिक कारणों से अपने पृथक् अस्तित्व के लिए जाग्रत होती है या ऐसे क्षेत्र की पृथकता को बनाए रखने के लिए प्रयासरत होती है।
प्रश्न 31. पंथनिरपेक्षता से आप क्या समझते हैं ?
अथवा
धर्मनिरपेक्ष का क्या आशय है ?
उत्तर—पंथनिरपेक्षता या धर्मनिरपेक्षता से आशय ऐसे राज्य से है जो किसी विशेष धर्म का अन्य धर्मों की तुलना में पक्ष नहीं लेता है, राज्य के लिए सभी धर्म समभाव होते हैं।
प्रश्न 32. राज्य क्या है ?
उत्तर-राज्य एक ऐसा निकाय है जो एक विशेष क्षेत्र में विधि-सम्मत एकाधिकार का सफलतापूर्वक दावा करता है। इसमें राजनीतिक-विधिक संस्थाओं के समुच्चय निहित होते हैं।
प्रश्न 33 'अल्पसंख्यक (वर्ग) क्या होता है ?
उत्तर- एक निर्धारित समाज में लोगों का ऐसा समूह जो अपनी सांस्कृतिक विशेषताओं की वजह से अल्पमत में है, अल्पसंख्यक कहलाता है। कुल जनसंख्या में से कोई समूह जो धर्म, जाति या किसी और आधार पर संख्या में कम होते हैं जैसे- भारत में मुसलमान, सिक्ख, बौद्ध, ईसाई, जैन धर्मों के लोग अल्पसंख्यक समूह है।
प्रश्न 34 औपनिवेशिक शासन के दौरान होने वाले किन्हीं दो संरचनात्मक परिवर्तनों को बताएँ ।
उत्तर- (1) पूँजीवादी अर्थव्यवस्था का विस्तार हुआ।
(2) औपनिवेशिक शासन ने भूमि के स्वामित्व में बदलाव किए तथा भूमि पर फसल उत्पादन का भी निर्धारण किया।
प्रश्न 35. औपनिवेशिक शासन काल में भारत के किन परम्परागत उद्योगों का पतन हुआ ?
उत्तर—औपनिवेशिक शासन काल में भारत के परम्परागत लघु तथा कुटीर उद्योगों का बुरी तरह से क्षरण किया गया। रेशम और कपास का उत्पादन भी मेनचेस्टर प्रतियोगिता में पिछड़ता गया तथा हथकरघा उद्योग तो पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
प्रश्न 36 . भारत में किन्हीं चार धर्मों के नाम लिखिए।
उत्तर- भारत में मुख्यतः निम्न धर्म के लोग हैं-2011 की जनगणना के अनुसार हिन्दू 79.8%, मुस्लिम 14-2%, ईसाई 2.3%, सिक्ख 1-7%, बौद्ध 0-7%, जैन 0.4%, अन्य 0-7 इत्यादि है।
प्रश्न 37 .भारत की भौगोलिक विभिन्नता का क्या अर्थ है ?
उत्तर-भारत एक विशाल देश है। सम्पूर्ण भारत का कुल क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किलोमीटर है। अत्यधिक विशाल देश होने के कारण भारत की भौगोलिक बनावट और उसकी जलवायु में बहुत भिन्नता पाई जाती है।
प्रश्न 38.क्षेत्रवाद से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- क्षेत्रवाद एक विचारधारा है जिसका सम्बन्ध ऐसे क्षेत्र से होता है जो आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक या सांस्कृतिक कारणों से अपने पृथक अस्तित्व के लिए जाग्रत होती है या ऐसे क्षेत्र की पृथकता को बनाए रखने के लिए प्रयासरत होती है।
प्रश्न 39. नागरिक समाज की अवधारणा के संगठन बताइए।
उत्तर- स्वदेशी लोगों का संगठन, मजदूर संगठन, किसान संगठन, स्वयंसेवी संगठन इत्यादि नागरिक समाज के संगठन हैं।
प्रश्न 40 . औपनिवेशिक शासन ने स्वतन्त्रता के संघर्ष की नींव कैसे रखी ?
उत्तर - शिक्षित भारतीयों में औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध असंतोष भड़का और वे समानता, उदारता, व्यक्तिगत स्वतन्त्रता एवं स्वतन्त्रता की माँग करने लगे। इस प्रकार से अंग्रेजों के खिलाफ भड़के विद्रोह ने स्वतन्त्रता के संघर्ष की नींव रखी।
प्रश्न 41. चाय बागानों में श्रमिकों की नियुक्ति कैसे की जाती थी ?
उत्तर - चाय के बागान निर्जन पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित थे। बड़ी संख्या में श्रमिकों को दूसरे प्रान्तों से लाया जाता था। यह काम ठेकेदारों को दिया जाता था। हजारों मजदूरों को ऐसी जगह पर रखा जाता था, जहाँ की आबोहवा स्वास्थ्य के प्रतिकूल थी ।
प्रश्न 45. एम.एन. श्रीनिवास का संस्कृतीकरण और अ-संस्कृतीकरण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- एम. एन. श्रीनिवास के अनुसार जब जातियाँ द्विज के संस्कारों, आदर्शों को ग्रहण करती हैं, तो उसे संस्कृतीकरण तथा जब गैर-संस्कृतीकरण जातियाँ (निम्न जातियाँ) प्रभु जाति बनकर अपना विशेष प्रभाव बनाती हैं, तो इस प्रक्रिया को अ-संस्कृतीकरण कहते हैं।
प्रश्न 46. भारत में सामाजिक आन्दोलन क्यों शुरू हुए ?
उत्तर- औपनिवेशिक काल में पश्चिमी शिक्षा के सम्पर्क में आने से समाज में एक प्रबुद्ध वर्ग का जन्म हुआ। शिक्षा ग्रहण करते समय मानवीय अधिकारों की जानकारी ने समाज मैं व्याप्त कुरीतियों के प्रति संघर्ष करने का साहस दिया जिससे अपने समाज में फैली कुरीतियों, कुप्रयाओं, अंधविश्वासों को करने के लिए समाज सुधार आन्दोलन शुरू हो गए।
प्रश्न 47. औद्योगिक समाज का क्या अर्थ है ?
उत्तर-औद्योगीकरण समाज एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें लोगों की एक बड़ी संख्या अपनी आजीविका के लिए विभिन्न उद्योगों से सम्बन्धित कार्यों पर
निर्भर होती है।
प्रश्न 48. हड़ताल तथा तालाबन्दी से क्या आशय है ?
उत्तर- हड़ताल तथा तालाबन्दी औद्योगिक क्षेत्र की दो मुख्य समस्याएँ हैं। हड़ताल का ऐलान श्रमिक वर्ग द्वारा किया जाता है। वे अपनी माँगों को मनवाने के लिए आन्दोलन करते हैं। तथा कार्य करना बन्द कर देते हैं। इससे भिन्न तालाबन्दी मालिकों द्वारा की जाती है। मालिक उत्पादन रोककर कर्मचारियों को कार्य से वंचित कर देते हैं।
प्रश्न 49 . मिश्रित अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं ?
उत्तर- मिश्रित अर्थव्यवस्था एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जो अलग-अलग बाजार एवं आर्थिक योजनाओं का मिश्रण है जिसमें निजी क्षेत्र और राज्य अर्थव्यवस्था का मिश्रण होता है। राज्य द्वारा निजी सम्पत्ति को मान्यता देने के बाद भी उन उद्योगों और सेवाओं पर अपना नियन्त्रण रखा जाता है जो सार्वजनिक हित में होती हैं तथा सामान्य उत्पादन की विभिन्न इकाइयों पर भी इस तरह के प्रतिबन्ध लगाए जाते हैं जिससे वे जनहित के विरुद्ध काम न कर सकें।
प्रश्न 50. भारत में स्वतन्त्रता के प्रारम्भिक वर्षों में औद्योगीकरण कैसा था ?
उत्तर - स्वतन्त्रता के बाद सरकार ने औद्योगीकरण को प्रभावशाली ऊँचाइयों पर रखा। इसमें सुरक्षा, परिवहन एवं संचार, ऊर्जा खनन एवं अन्य परियोजनाओं को शामिल किया गया। जिन्हें करने के लिए सरकार सक्षम थी और यह निजी उद्योगों के फलने-फूलने के लिए भी आवश्यक था। भारत की मिश्रित आर्थिक नीति में कुछ क्षेत्र सरकार के लिए आरक्षित थे और कुछ निजी क्षेत्रों के लिए खुले थे। लेकिन उसमें भी सरकार अपनी लाइसेंसिंग नीति के द्वारा यह सुनिश्चित करने का प्रयास करती थी कि ये उद्योग विभिन्न भागों में फैले हुए हों।
प्रश्न 51. जनांकिकी का अर्थ समझाइए ।
उत्तर- जनांकिकी वह विज्ञान है जो किसी समाज की जनसंख्या के आकार, घनत्व तथा उसमें होने वाली वृद्धि अथवा कमी से सम्बन्धित परिवर्तनों को स्पष्ट करता है। इसे जनासांख्यिकी भी कहा जाता है।
प्रश्न 52. प्रतिस्थापन-स्तर किसे कहते हैं ?
उत्तर- प्रतिस्थापन-स्तर वह होता है, जब जन्म-दर और मृत्यु-दर के बीच बहुत कम अन्तर रह जाने से जनसंख्या स्थिर हो जाती है |
प्रश्न 53. अनुसूचित जनजाति का क्या अर्थ है ?
उत्तर- अनूसूचित जनजाति भारत के आदिवासियों के लिए इस्तेमाल होने वाला एक वैधानिक पद है, जो अब भी राज्य के बाहर है।
प्रश्न 54. संयुक्त परिवार की परिभाषा दीजिए?
उत्तर- संयुक्त परिवार में परिवार की कई पीढ़ियों के सदस्य एक ही छत के नीचे इकट्ठे रहते हैं तथा एक ही रसोई में बना भोजन खाते हैं। परिवार पर सबसे बड़े सदस्य का पूर्ण अधिकार होता है।
प्रश्न 55. अंग्रेजों के समय स्त्रियों के लिए कौन-कौन से कानून बनाए गए ?
उत्तर - सती प्रथा निषेध कानून, हिन्दू-विधवा पुनर्विवाह अधिनियम, बाल विवाह अवरोध अधिनियम, मुस्लिम विवाह विच्छेद अधिनियम इत्यादि कानून अंग्रेजों के समय में बनाए गए।
प्रश्न 56. सामाजिक अपवर्जन या बहिष्कार क्या है ?
उत्तर- सामाजिक अपवर्जन या बहिष्कार वह तौर-तरीके हैं, जिनके जरिए किसी व्यक्ति या समूह को समाज में पूरी तरह घुलने-मिलने से रोका जाता है व अलग या पृथक् रखा जाता है। जो व्यक्ति या समूह को उन अवसरों से वंचित करते हैं जो अधिकांश जनसंख्या के लिए खुले होते हैं। भरपूर तथा क्रियाशील जीवन जीने के लिए व्यक्ति को जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं (जैसे-रोटी, कपड़ा तथा मकान) के अलावा अन्य आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं (जैसे- शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात के साधन, बीमा, सामाजिक सुरक्षा, बैंक) की भी जरूरत होती है। सामाजिक भेदभाव आकस्मिक या अनायास रूप से नहीं, बल्कि व्यवस्थित तरीके से होता है, अनैच्छिक होता है।
प्रश्न 57. धर्मनिरपेक्षता का क्या आशय है ?
उत्तर- पंथनिरपेक्षता या धर्मनिरपेक्षता से आशय ऐसे राज्य से है जो किसी विशेष धर्म का अन्य धर्मों की तुलना में पक्ष नहीं लेता है, राज्य के लिए सभी धर्म समभाव होते हैं।
प्रश्न 58 . नागरिक समाज किसे कहते हैं ?
उत्तर- नागरिक समाज एक संगठित सामाजिक जीवन को दर्शाता है जो कि स्वैच्छिक स्व- जनित व स्वसमर्थित होता है और एक वैधानिक व्यवस्था या सहभागिता के मूल्यों के पुंज द्वारा घिरा होता है।
प्रश्न 59. औद्योगीकरण क्या है ?
उत्तर- औद्योगीकरण एक सामाजिक तथा आर्थिक प्रक्रिया का नाम है। इसमें मानव-समूह की सामाजिक-आर्थिक स्थिति बदल जाती है जिसमें उद्योग-धन्धों का बोलवाला होता है।
प्रश्न 60. अंग्रेजी भाषा का भारतीयों को क्या लाभ हुआ ?
उत्तर- अंग्रेजी एक सर्वव्यापी भाषा होने के कारण वैश्विक जगत् से जुड़ने का मौका मिला। अंग्रेजी के ज्ञान से दलितों हेतु भी अवसरों के द्वार खुल गए। शिक्षित दलितों ने अपने जाति के लोगों को जागरूक कर, उन्हें उनके अधिकारों से अवगत कराया।
प्रश्न 61. सुधार आन्दोलनों को सामाजिक आन्दोलन क्यों कहते हैं ?
उत्तर-समाज सुधार आन्दोलनों का मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त धार्मिक तथा सामाजिक कुरीतियों को दूर करना था इसलिए इन आन्दोलनों को सामाजिक आन्दोलन कहते हैं ।
प्रश्न 62. आधुनिकीकरण से क्या आशय है ?
उत्तर- किसी समाज में जब परम्परागत सांस्कृतिक मूल्यों, विश्वासों और व्यवहारों की जगह विकास और व्यक्तिगत उपलब्धियों का महत्त्व बढ़ने लगता है। जैसे-कृषि का आधुनिकीकरण, शिक्षा का प्रसार, अन्तर्जातीय सम्बन्धों में परिवर्तन आदि परिवर्तन होते हैं, तब उसे आधुनिकीकरण कहते हैं।
प्रश्न 63. मिश्रित अर्थव्यवस्था किसे कहते हैं ?
उत्तर- मिश्रित अर्थव्यवस्था एक ऐसी अर्थव्यवस्था है जो अलग-अलग बाजार एवं आर्थिक योजनाओं का मिश्रण है जिसमें निजी क्षेत्र और राज्य अर्थव्यवस्था का मिश्रण होता है। राज्य द्वारा निजी सम्पत्ति को मान्यता देने के बाद भी उन उद्योगों और सेवाओं पर अपना नियन्त्रण रखा जाता है जो सार्वजनिक हित में होती हैं तथा सामान्य उत्पादन की विभिन्न इकाइयों पर भी इस तरह के प्रतिबन्ध लगाए जाते हैं जिससे वे जनहित के विरुद्ध काम न कर सकें।
प्रश्न 64. औद्योगीकरण किस प्रकार समानता एवं असमानता लाता है ?
उत्तर- औद्योगीकरण की प्रक्रिया को एक विस्तृत श्रम विभाजन वाली प्रक्रिया माना जाता है जिसके प्रभाव समानता व असमानता लाने वाले होते हैं। समानता लाने वाले स्थान रेल, बस और सायबर कैफे हैं, जहाँ जातीय भेदभाव नहीं होता है। जातीय दूरी कम होती है और अन्तर्जातीय विवाहों का प्रचलन बढ़ जाता है। परन्तु आर्थिक आय से सम्बन्धित असमानताएँ भी परस्पर दिखाई देती हैं। अच्छे वेतन वाले व्यवसाय, जैसे- मेडिकल, कानून, पत्रकारिता में उच्च जातियों के लोगों का वर्चस्व आज भी बना हुआ है। अधिकांशतः महिलाएँ समान कार्य के लिए कम वेतन पाती हैं|
प्रश्न 65. नियोजित औद्योगीकरण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-नियोजित औद्योगीकरण का तात्पर्य औद्योगिक उत्पादन को इस तरह व्यवस्थित करना है जिससे औद्योगीकरण से पैदा होने वाली समस्याओं का समाधान करने के साथ ही उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।
गायत्री कोचिंग क्लासेस चौरई
प्रश्न 66 उदारीकरण की नीति के कोई दो लाभ लिखिए ?
उत्तर :- उदारीकरण की नीति के लाभ
विदेशी पूँजी के निवेश से अार्थिक विकास की प्रक्रिया तेज होती है |
रोजगार के अवसरों में भी व्यापक वृध्दि होती है |
सरकारी कम्पनियों के निजीकरण के कुशलता बढ़ती है |
भारत के कुछ उधोगों ,जैसे - सॉफ्टवेयर या सूचना मत्स्यपालन ,फल उत्पादन को उदारीकरण की नीति से लाभ हुआ है |
प्रश्न 67. संस्कृति किसे कहते हैं ? (2022)
उत्तर-संस्कृति जीवन की विधि है। हम जो सोचते हैं, कार्य करते हैं, जो भोजन खाते हैं, कपड़े पहनते हैं, जिस भगवान की पूजा करते हैं, ये सभी संस्कृति के पक्ष हैं। एक सामाजिक वर्ग के सदस्य के रूप में मानवों की सभी उपलब्धियाँ संस्कृति कही जा सकती हैं।
प्रश्न 68. प्रभु जाति किसे कहते हैं ?
उत्तर-ग्रामीण क्षेत्र में जाति विशेष या स्थानीय समुदाय अधिकतम कृषि योग्य भूमि रखता हो तथा उसी जाति के सदस्य अधिक संख्या में निवास करते हों तथा उस ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अन्य जातियों में उनका स्थान उच्च हो, वह प्रभु जाति कहलाती है।
प्रश्न 69. जाति किस प्रकार संस्कृति का हस्तांतरण करती है ?
उत्तर- एक जाति में जन्म लेने वाला व्यक्ति उस जाति विशेष के रहने-सहने, खाने-पीने, काम करने के ढंग को बचपन से सीखता है और बड़े होने पर वही ढंग अपनी अगली पीढ़ी को सिखाता है, जिससे संस्कृति का हस्तांतरण होता है।
प्रश्न 70. अक्षमता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- समाज के वह नागरिक जो किसी बीमारी, विकलांगता अथवा बेसहारा होने , के कारण स्थायी/अस्थायी रूप से कार्य करने में अक्षम होते हैं, उनकी इस प्रकार की स्थिति को अक्षमता कहते हैं।
प्रश्न 71. प्रभु जाति किसे कहते हैं ?
उत्तर- ग्रामीण क्षेत्र में जाति विशेष या स्थानीय समुदाय अधिकतम कृषि योग्य भूमि रखता हो तथा उसी जाति के सदस्य अधिक संख्या में निवास करते हों तथा उस ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अन्य जातियों में उनका स्थान उच्च हो, वह प्रभु जाति कहलाती है।
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प्रश्न 72. औद्योगिक समाज की किन्हीं दो विशेषताओं को बताइए।
उत्तर- औद्योगिक समाज की विशेषता
(1) ऐसा समाज मुख्य रूप से मशीनों के द्वारा होने वाले उत्पादन पर निर्भर
(2) श्रम विभाजन और विशेषीकरण की प्रक्रिया लोगों के पारस्परिक सम्बन्धों को होता है। प्रभावित करने का मुख्य आधार होती है।
प्रश्न 73. समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से औद्योगीकरण क्या है ?
उत्तर - समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से औद्योगीकरण उत्पादन की एक जटिल प्रक्रिया है जिसका सम्बन्ध लोगों के कार्य करने के तरीकों, विभिन्न प्रकार के व्यवहारों और सामाजिक सम्बन्धों में परिवर्तन से है। एक ही उद्योग से सम्बन्धित विभिन्न लोगों के जीवन को यह भिन्न-भिन्न रूप से प्रभावित करती है। लोग अधिकतर अपने कार्य को अन्तिम रूप नहीं दे पाते, क्योंकि उन्हें उत्पादन के एक छोटे से पुर्जे को बनाना होता है। अक्सर यह कार्य थकाने और दोहराने वाला होता है, लेकिन फिर भी बेरोजगार होने से यह स्थिति अच्छी है। औद्योगीकरण कुछ एक स्थानों पर जबरदस्त समानता लाता है; जैसे-रेलगाड़ियों, बसों और साइबर कैफे इत्यादि स्थानों पर जातीय भेदभाव को महत्व नहीं दिया जाता। औद्योगीकरण से सामाजिक असमानताएँ कम हो रही हैं।
प्रश्न 74. औद्योगीकरण का आशय उत्पादन के यन्त्रीकरण से है, स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-औद्योगीकरण का सम्बन्ध उत्पादन से है। वैसे तो आदिकाल से उत्पादन चल रहा है, परन्तु औद्योगीकरण के अन्तर्गत यन्त्रीकृत उत्पादन होता है। उत्पादन तथा वितरण के क्षेत्र में भी मशीनों का अधिक-से-अधिक इस्तेमाल होता है। मानवीय श्रम के स्थान पर यन्त्रों का इस्तेमाल बढ़ जाता है।
प्रश्न75 . नियोजित औद्योगीकरण से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर-नियोजित औद्योगीकरण का तात्पर्य औद्योगिक उत्पादन को इस तरह व्यवस्थित करना है जिससे औद्योगीकरण से पैदा होने वाली समस्याओं का समाधान करने के साथ ही उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।

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