Class 10th हिन्दी पद्य साहित्य का इतिहास एवं विभाजन काल
MP Board परीक्षा की दृष्टि अत्यंत महत्वपूर्ण
1. रीतिकाल को श्रृंगार काल क्यों कहा जाता है ? कव रीतिकाल किसी एक कवि का नाम लिखिए | (2)
उत्त्तर :- रीतिकालीन काव्य में श्रृंगार रस की रस कका अधिक वर्णन हुआ है | इसलिए कुछ लोग इस काल को श्रृंगार काल कहते हैं |
रीतिकाल के प्रमुख कवियों में केशवदास ,कवि बिहारी ,मतिराम ,भिखारीदास ,चिंतामणि,घनानंद आदि के नाम प्रमुख हैं |
2 नई कविता की कोई - दो विशेषताएँ लिखिए ?
उत्त्तर :- नई कविता की विशेषताएँ
1. लघु मानव की प्रधानता - नई कविता में मानव जीवन को विशेष महत्व दिया गया है |
2. क्षणवाद की प्रधानता :- नई कविता में मनुष्य के जीवन के प्रत्येक क्षण को महत्व दिया गया है |
उत्तर :- रीतिकाल काव्य की विशेषता :-
(1) श्रृंगार वर्णन - रीतिकाल में श्रृंगार रस के संयोग और वियोग दोनों की प्रमुखता रही है।
(2) आश्रयदाताओं की प्रसन्नता पर केन्द्रित - अधिकतर इस समय के दरबारी कवि थे जो राजाओं की रुचि के अनुसार कविताएँ लिखते थे।
(3) लक्षण ग्रन्थों की रचना-इस काल में लक्षण ग्रन्थों की रचना हुई।
उत्तर :- प्रयोगवादी काव्य की दो विशेषताएँ :-
(1) नये-नये प्रयोग किए गए हैं।
(2) नवीन उपमानों का प्रयोग किया है।
(3) प्रेम की भावनाओं का खुला चित्रण है।
(4) इस काव्य में बुद्धि की प्रधानता है।
5. प्रगतिवाद की कोई दो विशेषताएँ प्रवृत्तियों लिखिए
उत्तर —प्रगतिवाद की दो विशेषताएँ
1) शोषितों से सहानुभूति |
2)आर्थिक व सामाजिक समानता पर बल |
3) ईश्वर केे प्रति अनास्था |
6. नई कविता के कोई दो कवियों के नाम उनकी एक-एक रचना के साथ लिखिए।
उत्तर - कवि का नाम रचनाएँ
1) भवानीप्रसाद मिश्र 'सन्नाटा', 'गीतफरोस' |
2) कुँवर नारायण 'चक्रव्यूह', आमने - सामने
3) नरेश मेहता 'वनपांखी सुनो', 'उत्सव' |
7. प्रगतिवादी कोई दो कवियों के नाम उनकी एक-एक रचना के साथ लिखिए।
उत्तर :- कवि के नाम रचनाएँ
(1) नागार्जुन 'युगधारा ' |
(2) केदारनाथ अग्रवाल "युग की गंगा "|
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