त्रैमासिक परीक्षा से संबधित महत्वपूर्ण प्रश्न
त्रैमासिक परीक्षाओं में आने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न
आपको इस website के माध्यम से त्रैमासिक मे आने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न बताने वाला हूँ
कक्षा :- 9th
विषय :- विज्ञान
प्र.1 पदार्थ से आप क्या समझते हो ?
उत्तर :- पदार्थ :- ऐसे पदार्थो को जो एक जैसी प्रकृति वाले रासायनिक कणों से मिलकर बने होते है ,उसे शुध्द पदार्थ कहते हैं | एक शुध्द पदार्थ एक ही प्रकार के कणों से बना होता है |
प्र.2 कोलाइड के कोई दो गुण लिखिये ?
उत्तर :- कोलाइड के गुण :-
(1) यह एक विषमांगी मिश्रण है |
(2) कोलाइड के कणों का आकार इतना छोटा होता है कि ये पृथक् रूप में आँखो से नहीं देखे जा सकते हैं |
प्र.3 कोशिका का कौन -सा अंगक बिजलीघर है ? और क्यो?
उत्तर :- माइटोकाण्ड्रिया को कोशिका का ऊर्जा गृह कहते हैं | माइटोकाण्ड्रिया ऊर्जा का निर्माण करती है जो A.T.P के रूप संचित रहती है |
प्र.4 अमीबा अपना भोजन कैसे करता है ?
उत्तर :- अमीबा 'एण्डोसाइटोसिस प्रक्रिया' व्दारा अपना भोजन बाह्य वातावरण से प्राप्त करता है | भोजन ग्रहण करने की प्रक्रिया में अमीबा की लचीली कोशिका झिल्ली अन्दर की ओर मुड़कर कप के आकार का गड्ढा या पादाभ बनाकर अपने भोजन को घेर लेती है तथा एक खाध धानी का निर्माण कर भोजन को अपने अन्दर ले लेती है |
प्र.5 रन्ध्र के कार्य लिखिए ?
उत्तर - रन्ध्र के कार्य :-
(1) वाष्पोत्सर्जन की क्रिया में भाग लेना |
(2) गैसों का आदान - प्रदान करना |
(3) जलवाष्प का वायुमण्डल में उत्सर्जन कर पौधे में जल की मात्रा का सन्तुलन बनाये रखना |
प्र.6 पौधों में एपिडर्मिस की क्या भूमिका है ?
उत्तर :- पौधों की कोशिकाओं की सबसे बाहरी परत एपिडर्मिस है | यह पौधे के समस्त भाग को सुरक्षा प्रदान करती है | जड़ों की एपिडर्मिस कोशिका पानी को सोखने का कार्य करती है | मरूस्थलीय पौधों के बाहरी सतह वाली एपिडर्मिस वाष्पोत्सर्जन की क्रिया को रोकने का काम करती है |
उत्तर :- पदार्थ :- ऐसे पदार्थो को जो एक जैसी प्रकृति वाले रासायनिक कणों से मिलकर बने होते है ,उसे शुध्द पदार्थ कहते हैं | एक शुध्द पदार्थ एक ही प्रकार के कणों से बना होता है |
प्र.2 कोलाइड के कोई दो गुण लिखिये ?
उत्तर :- कोलाइड के गुण :-
(1) यह एक विषमांगी मिश्रण है |
(2) कोलाइड के कणों का आकार इतना छोटा होता है कि ये पृथक् रूप में आँखो से नहीं देखे जा सकते हैं |
उत्तर :- माइटोकाण्ड्रिया को कोशिका का ऊर्जा गृह कहते हैं | माइटोकाण्ड्रिया ऊर्जा का निर्माण करती है जो A.T.P के रूप संचित रहती है |
उत्तर :- अमीबा 'एण्डोसाइटोसिस प्रक्रिया' व्दारा अपना भोजन बाह्य वातावरण से प्राप्त करता है | भोजन ग्रहण करने की प्रक्रिया में अमीबा की लचीली कोशिका झिल्ली अन्दर की ओर मुड़कर कप के आकार का गड्ढा या पादाभ बनाकर अपने भोजन को घेर लेती है तथा एक खाध धानी का निर्माण कर भोजन को अपने अन्दर ले लेती है |
उत्तर - रन्ध्र के कार्य :-
(1) वाष्पोत्सर्जन की क्रिया में भाग लेना |
(2) गैसों का आदान - प्रदान करना |
(3) जलवाष्प का वायुमण्डल में उत्सर्जन कर पौधे में जल की मात्रा का सन्तुलन बनाये रखना |
उत्तर :- पौधों की कोशिकाओं की सबसे बाहरी परत एपिडर्मिस है | यह पौधे के समस्त भाग को सुरक्षा प्रदान करती है | जड़ों की एपिडर्मिस कोशिका पानी को सोखने का कार्य करती है | मरूस्थलीय पौधों के बाहरी सतह वाली एपिडर्मिस वाष्पोत्सर्जन की क्रिया को रोकने का काम करती है |
प्र.7 सरल रेखीय गति का एक उदाहरण दीजिये ?
उत्तर :- सरल रेखीय गति का उदा : सड़क पर कार की गति
उत्तर :- जब पेड़ को तीव्रता से हिलाया जाता है , तब पेड़ की शाखाएँ गति की अवस्था में आ जाती है लेकिन पत्तियाँ अपनी विराम अवस्था बनाये रखने का प्रयास करती हैं अर्थात् पत्तियाँ अवस्था परिवर्तन का विरोध करती है | अत: जड़त्व के कारण पत्तियाँ पेड़ से अलग हो जाती हैं और गिर जाती हैं |
उत्तर :- संतृप्त विलयन :- किसी विशेष तापमान पर कोई विलयन जितने अधिकतम विलेय को घोला जा सकता है ,उसे संतृप्त विलयन कहते हैं |
उदाहरण :- 25°C ताप पर 200ml जल में नमक की उतनी ही मात्रा डालो जितना घुल जाये (विलयन में नमक घुलना बन्द हो जाये ) यह संतृप्त विलयन है |
उत्तर :- प्लाज्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली इसलिए कहते हैं क्योकिं यह कुछ पदार्थो को अंदर अथवा बाहर आने-जाने देती है,सभी पदार्थो को नही | यह अन्य पदार्थो को गति को भी रोकती है |
उत्तर :- छाल एक सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है-
(a) ये मृत कोशिका होती है | बिना स्थान छोड़े लगातार परत बनाते रहती है |
(b) इसकी भित्ति पर सबेरिन जमा होता है जो इसे गैसों के आदान - प्रदान में सहायता करने योग्य बनाता है | अत: यह पानी की हानि व वायुमण्डल के प्रभाव से पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है |
उत्तर :- जाइलम (दारू) चार प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बनता है -
(a) वाहिनिका (b) नालिका
(c) दारू मृदूतक (d) दारू दृढ़ ऊतक |
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