अध्याय - 2. वन एवं वन्य जीव संसाधन समकालीन भारत-2. (भूगोल) Class 10th NCERT SOLUTION
गायत्री कोचिंग क्लासेस
पता - मैन बस स्टैंण्ड के पीछे शीतल ज्वेलर्स के सामने चन्दनवाड़ा रोड चौरई जिला - छिन्दवाड़ा म. प्र.
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479
अध्याय - 2. वन एवं वन्य जीव संसाधन
स्मरणीय बिंदु-
👉मानव और जीवधारी एक जटिल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करते हैं।
👉वन पारिस्थितिकी तंत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि ये प्राथमिक उत्पादक हैं जिन पर दूसरे सभी जीव निर्भर रहतें हैं |
👉भारत जैव विविधता की दृष्टि से विश्व के सबसे समृद्ध देशों में से एक है।
👉मुंडा और संथाल जनजातियां छोटा नागपुर पठार की मुख्य जनजातियां हैं।
👉भारत में संयुक्त वन प्रबंधन कार्यक्रम 1988 में प्रारंभ हुआ।
👉देश में वन आवरण के अंतर्गत अनुमानित 807276 वर्ग कि.मी. क्षेत्रफल है यह देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.56% है।
👉अंतराष्ट्रीय प्राकृतिक संरक्षण और प्राकृतिक संसाधन संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा पौधों और प्राणियों को विभिन्न वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।
👉
जनजातियों क्षेत्रों, विशेषकर पूर्वोत्तर और मध्य भारत में स्थानांतरी (झूम) खेती अथवा (स्लैश और बर्न) खेती के चलते बनों की कटाई या निम्नीकरण हुआ है।
👉भारतीय वन्यजीव (रक्षण) अधिनियम 1972 में लागू किया गया।
👉प्रोजेक्ट टाईगर योजना की शुरुआत वर्ष 1973 में हुई।
प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर लिखिए-
(i) वे उत्पादक जिन पर सभी जीव निर्भर रहते हैं-
(अ) द्वितीयक उत्पादक (ब) प्राथमिक उत्पादक
(स) तृतीयक उत्पादक (द) इनमे से कोई नहीं
उत्तर — (ब) प्राथमिक उत्पादक
उत्तर — (ब) प्राथमिक उत्पादक
(ii) वन्य जीवों के आवास रक्षण हेतु पहला कानून बनाया गया था-
(अ) प्रोजेक्ट टाइगर 1973 (ब) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972
(स) संयुक्त वन प्रबंधन अधिनियम 1988
(द) वन्य जीव अधिनियम 1986उत्तर — (ब) वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972
(स) संयुक्त वन प्रबंधन अधिनियम 1988
(द) वन्य जीव अधिनियम 1986
(iii) नर्मदा सागर परियोजना से किस राज्य का वन क्षेत्र प्रभावित हो रहा है-
(अ) मध्यप्रदेश (ब) उत्तर प्रदेश (स) छत्तीसगढ़ (द) महाराष्ट्र
उत्तर — (अ) मध्यप्रदेश
(iv) शांत घाटी का सम्बन्ध किस राज्य से है-
(अ) तमिलनाडु (ब) केरल (स) कर्नाटक (द) उड़ीसा
उत्तर - (ब) केरल
(v) सरिस्का बाघ रिजर्व परियोजना किस राज्य में स्थित हैं-
(अ) राजस्थान (ब) केरल (स) कर्नाटक (द) उड़ीसाउत्तर - (अ) राजस्थान
(vi) निम्नलिखित में से किस राज्य में संयुक्त वन प्रबंधन का पहला प्रस्ताव पास किया गया था — (अ) राजस्थान (ब) पंजाब (स) उड़ीसा (द) कर्नाटकउत्तर - (स) उड़ीसा
(vii) पूर्वोत्तर और मध्य भारत में वनों की कटाई का प्रमुख कारण हैं-(अ) ईधन के लिए (ब) स्थान्तरित के लिए(स) आवास के लिए (द) उद्योग के लिएउत्तर - (ब) स्थान्तरित के लिए
(viii) निम्नलिखित में से स्थाई वनों का सर्वाधिक क्षेत्र किस राज्य में स्थित है-(अ) हरियाणा (ब) राजस्थान(स) पंजाब (द) मध्य प्रदेशउत्तर - (द) मध्य प्रदेश
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ती कीजिए-
(i) छोटा नागपुर क्षेत्र में .....मुंडा और संथाल ...जनजातियां निवास करती हैं।
(ii) स्थाई वन क्षेत्रों का सर्वाधिक क्षेत्र ...मध्यप्रदेश असम ......राज्य में स्थित है।
(iii) भारत में सघन वन क्षेत्र ...... 12.2. प्रतिशत है। (iv) पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में और गुजरात में अधिकतर वन क्षेत्र...अवर्गीकृत .....वन है।(v) वन विभाग के अनुसार देश के कुल वन क्षेत्र का.....एक तिहाई ...हिस्सा रक्षित वन क्षेत्र है। (vi) छोटानागपुर क्षेत्र में मुंडा और संथाल जनजातियां...महुआ और कदम ......के पेड़ की पूजा करते हैं।
(vii) वन विभाग के अंतर्गत संयुक्त वन प्रबंधन के बचाव....रक्षित वनो .....के लिए कार्य करता है।
प्रश्न 3. सही जोड़ियां मिलाइये- A B(1) बीज बचाओं आन्दोलन नवदायन(ii) चिपको आन्दोलन वन कटाई रोकथाम(iii) सयुक्त बन प्रबंधन 1988(iv)सर्वाधिक वन क्षेत्र. मध्य प्रदेश (v) भारतीय वन्य जीव अधिनियम 1972
प्रश्न 4. सत्य/असत्य लिखिए-
(i) ओडिशा राज्य ने संयुक्त वन प्रबंधन का पहला प्रस्ताव पास किया।उत्तर - सत्य(ii) चिपको आंदोलन हिमालयी प्रदेश में चलाया गया।उत्तर - सत्य(iii) सरिस्का बाघ रिजर्व मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।उत्तर - असत्य (iv) देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.56 प्रतिशत हिस्सा बन आवरण के अंतर्गत आता है।उत्तर - सत्य(V) भारत और नेपाल देशों को बाघों का आवास स्थल माना जाता है।उत्तर - सत्य(vi) भारतीय वन्य जीव अधिनियम 1972 में लागू किया गया।उत्तर - सत्य(vii) आरक्षित वनों को सर्वाधिक मूल्यवान माना जाता है।उत्तर - सत्य
प्रश्न 5. एक शब्द वाक्य में उत्तर लिखिए
(1) टिहरी में किसानों द्वारा कौन-सा आंदोलन चलाया गया था?उत्तर - बीज बचाओ आंदोलन(ii) भारत में स्थानांतरी (झूम) खेती मुख्यतः किन क्षेत्रों में की जाती हैं?उत्तर - पूर्वोत्तर और मध्य भारत
(ii) जैव संसाधनों का विनाश किसके विनाश से जुड़ा हैं?उत्तर -सांस्कृतिक विविधता(V) छोटा नागपुर क्षेत्र की जनजातियां किसकी पूजा करती हैं?उत्तर - महुआ और कदम्ब (vii) भूमि पर पाया जाना वाला सबसे तेज स्तनधारी जीव है?उत्तर - चीता(ix) विकासशील देशों में पर्यावरण विनाश का मुख्य दोषी किसे माना जाता है?उत्तर - औधोगिकीकरण को
(viii) 'श्वेष और बर्न' किससे संबंधित है?उत्तर - स्थान्तरित कृषि
(x) टिहरी में किसानों द्वारा किया गया आन्दोलन का नाम लिखिए।उत्तर - चिपको आन्दोलन
प्रश्न 5. जीव संरक्षण अधिनियम में संकटग्रस्त जातियों को बचाने हेतु क्या नियम बनाए गए?
उत्तर 1. वन्यजीव के आवास को कानूनी संरक्षण दिया गया।
2. शिकार पर तथा व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
प्रश्न 2 पारिस्थितिक तंत्र किसे कहते हैं?
उत्तर- भौतिक पर्यावरण और उसमें रहने वाले जीवों के सम्मिलित रूप को पारिस्थितिक तन्त्र या पारितन्त्र कहते हैं।
प्रश्न 3 आरक्षित बनों से क्या तात्पर्य हैं? समझाइये।
उत्तर - आरक्षित बनों से तात्पर्य है ऐसे वन क्षेत्रों से जो सरकार या अन्य संबंधित संगठन द्वारा वन्य जीवन के संरक्षण और संवर्धन के लिए सुरक्षित रखे जाते हैं। ये बन क्षेत्र आमतौर पर वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास होते हैं और विविध प्रकार के पौधों और पशुओं को आश्रय प्रदान करते हैं। आरक्षित वनों को संरक्षित करने का मुख्य उद्देश्य जैव विविधता को संरक्षित रखना और प्राकृतिक प्रक्रियाओं के समर्थन में सहायक बनना होता है। देश के आधे से अधिक वन क्षेत्र आरक्षित वन पोषित किए गए हैं। जहाँ तक वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण की बात है, आरक्षित वनों को सबसे अधिक मूल्यवान माना जाता है।
प्रश्न 4 प्रशासनिक आधार पर वनों का वर्गीकरण लिखिए)
उत्तर प्रशासनिक आधार पर वनों का वर्गीकरण निम्नलिखित है:-
1. आरक्षित वन- इन बनों को इमारती लकड़ी का वन्य उत्पाद के लिए आरक्षित कर लिया गया है इन बनों में पशुओं को चराने व लकड़ी काटने की अनुमति नहीं है।
2. संरक्षित वन - इन वनों को और अधिक नष्ट होने से बचाने के लिए सुरक्षा की जाती है इसमें पशु चराने व खेती करने की अनुमति विशेष प्रतिबंधों में दी जाती है।
3 अवर्गीकृत वन- इसमें लकड़ी काटने व पशु चलाने में कोई प्रतिबंध नहीं होता है
प्रश्न 5 वन्य प्राणी संरक्षण के उपाय के उपाय लिखिये - ******उत्तर — वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु निम्नलिखित प्रयास किये जा सकते हैं — 1. वन्य जीवों के प्राकृतिक आवासों को बिना हानि पहुँचाए नियन्त्रित करना।2. वन्य जीवों के शिकार पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाना।3. वन्य क्षेत्रों में जैव मण्डल रिजर्व की स्थापना करना।4. लुप्त हो रहे जीवों का पुनर्विस्थापन के लिए राष्ट्रीय पार्क, अभ्यारण्यों की स्थापना करना |5. वन्य जीव प्रबन्धन की योजनाओं को ईमानदारी से लागू करना।6. वन्य जीवों के प्रति लोगों की मानसिकता में परिवर्तन हेतु शिक्षा एवं जागरूकता का विकास करना।
प्रश्न 6. वनों के निम्नीकरण के कारणों का वर्णन कीजिये ?
उत्तर
1. कृषि और विकास के लिए भूमि का उपयोग - जल्दी और असामयिक खेती, औद्योगिकरण, और नगरीय विकास के लिए वन क्षेत्रों को कटाव किया जाता है।
2. स्थानांतरी (झूम) खेती अथवा स्लैश और बर्न खेती के लिए वनों की कटाई।
3. लकड़ी, कागज, और अन्य वन्य उत्पादों के लिए: - लकड़ी, कागज, और अन्य वन्य उत्पादों की मांग वनों के निम्नीकरण का प्रमुख कारण बनती है।
4. जलवायु परिवर्तनः जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम पैटर्न में बदलाव होता है, जिससे विशेष जल और तापमान आवश्यकता वाले पेड़-पौधे नष्ट हो सकते हैं।
5. वनों की अवैध कटाई कुछ स्थानों पर अवैध रूप से वनों की कटाई की जाती है, जिससे वन क्षेत्र का निम्नीकरण होता है।
प्रश्न 7.जैव विविधता को प्रभावित करने वाले कोई तीन कारक लिखिए।
उत्तर1. वनों के निम्नीकरण (Deforestation): वनों के अति कटाव या निम्नीकरण से वन्य जीवन और पौधों के नाश का कारण बनता है। जंगलों के नष्ट होने से वन्य प्राणियों को नेतृत्व, आहार और आवास के संबंध में समस्याएं हो सकती हैं, जो जैव विविधता को प्रभावित करती हैं।
2. जलवायु परिवर्तन : जलवायु परिवर्तन जैव विविधता को भी प्रभावित करता है। उच्च तापमान, सूखे, बाढ़ और बदलते जलवायु के कारण, वन्य प्राणियों और पौधों के प्राकृतिक आवासों में बदलाव हो सकता है और इससे उनके संख्या में कमी हो सकती है।
3. जंगलों का प्रबंधन और उपयोग: वनों के गलत प्रबंधन और अनुशासनहीन उपयोग के कारण वन्यजीवों के नाश का सामना करना पड़ सकता है। अति वन्य उत्पादन, अवैध वन कटाई, और जलवायु परिवर्तन से प्राकृतिक वन्य जीवन का बिगड़ना एक आम समस्या है।
4. प्राकृतिक आपदाएं : आकस्मिक आपदाएं जैसे भूकंप, बाढ़, जलवायु परिवर्तन के कारण वन्य प्राणियों के नाश को गति देते हैं। इन आपदाओं से प्रभावित होने से कुछ प्रजातियों की प्राकृतिक संख्या में कमी हो सकती है और जैव विविधता कम हो सकती है।
प्रश्न ४. भारत में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 द्वारा वनों की सुरक्षा का क्या प्रावधान हैं? लिखिये।****
उत्तर
भारत में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 एक महत्वपूर्ण कानून है जो वन्यजीवों और वनों की संरक्षा, संवर्धन, और प्रबंधन के लिए बनाया गया है। यह अधिनियम भारत के प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। निम्नलिखित हैं,
इस अधिनियम में वनों की सुरक्षा के लिए प्रमुख प्रावधान वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र (Wildlife Sanctuaries): अधिनियम के तहत, वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र स्थापित किए जा सकते हैं। ये क्षेत्र वन्यजीवों के लिए सुरक्षित आवास प्रदान करते हैं और उन्हें अनुमति देते हैं कि वे प्राकृतिक रूप से जीवन जी सकें।
राष्ट्रीय उद्यान (National Parks): अधिनियम राष्ट्रीय उद्यान स्थापित करने की अनुमति देता है, जो विशेष वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए विशेष उपायों का पालन करते हैं। ये उद्यान बन्यजीवों को प्राकृतिक रूप से जीवन जीने की सुविधा प्रदान करते हैं और उन्हें पर्याप्त संरक्षण सुनिश्चित करते हैं।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत, वन्यजीवों का संरक्षण और प्रबंधन राज्य सरकारों की जिम्मेदारी होती है। राज्य सरकारें अधिकृत व्यक्ति और संगठनों को वन्यजीवों के आवासों की सुरक्षा और यह अधिनियम वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सजागता और जागरूकता प्रोत्साहित करता है। यह लोगों को वन्यजीवों के
महत्व को समझने और उन्हें संरक्षित रखने के लिए सहायता करता है।प्रश्न9. वनों को किस प्रकार से संरक्षित किया जा सकता है? विभिन्न उपाय सुझाइए।
उत्तर :- वन एक महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संपदा हैं। ये देश के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अतः वन संरक्षण के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाकर, वन समस्या का हल किया जा सकता है.उपाय 1. वनों की अंधाधुंध कटाई पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है।2. अति चराई पर रोक लगाई जाए।3. वनों से वृक्ष काटने पर उनके स्थान पर वृक्षारोपण करना आवश्यक है।4. वन क्षेत्र बढ़ाने के लिए, क्षेत्रों का निर्धारण करना चाहिए।5. वन क्षेत्रों को संरक्षित करने की नितांत आवश्यकता है।6. लकड़ी के ईंधन का उपयोग कम-से-कम हो। उसके लिए पूरक साधनों का विकास किया जाए।7. वनों को हानिकारक कीड़े मकोड़ों, बीमारियों, आग आदि से सुरक्षित रखा जाए।8. वनों की उपयोगिता और उसकी महत्ता की जानकारी के लिए जनचेतना व जनजागरण पैदा किया जाए।
(vi) निम्नलिखित में से किस राज्य में संयुक्त वन प्रबंधन का पहला प्रस्ताव पास किया गया था —
(अ) राजस्थान (ब) पंजाब (स) उड़ीसा (द) कर्नाटक
उत्तर - (स) उड़ीसा
(vii) पूर्वोत्तर और मध्य भारत में वनों की कटाई का प्रमुख कारण हैं-
(अ) ईधन के लिए (ब) स्थान्तरित के लिए
(स) आवास के लिए (द) उद्योग के लिए
उत्तर - (ब) स्थान्तरित के लिए
(viii) निम्नलिखित में से स्थाई वनों का सर्वाधिक क्षेत्र किस राज्य में स्थित है-
(अ) हरियाणा (ब) राजस्थान
(स) पंजाब (द) मध्य प्रदेश
उत्तर - (द) मध्य प्रदेश
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ती कीजिए-
(i) छोटा नागपुर क्षेत्र में .....मुंडा और संथाल ...जनजातियां निवास करती हैं।
(ii) स्थाई वन क्षेत्रों का सर्वाधिक क्षेत्र ...मध्यप्रदेश असम ......राज्य में स्थित है।
(iii) भारत में सघन वन क्षेत्र ...... 12.2. प्रतिशत है।
(iv) पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में और गुजरात में अधिकतर वन क्षेत्र...अवर्गीकृत .....वन है।
(v) वन विभाग के अनुसार देश के कुल वन क्षेत्र का.....एक तिहाई ...हिस्सा रक्षित वन क्षेत्र है।
(vi) छोटानागपुर क्षेत्र में मुंडा और संथाल जनजातियां...महुआ और कदम ......के पेड़ की पूजा करते हैं।
(vii) वन विभाग के अंतर्गत संयुक्त वन प्रबंधन के बचाव....रक्षित वनो .....के लिए कार्य करता है।
प्रश्न 3. सही जोड़ियां मिलाइये-
A B
(1) बीज बचाओं आन्दोलन नवदायन
(ii) चिपको आन्दोलन वन कटाई रोकथाम
(iii) सयुक्त बन प्रबंधन 1988
(iv)सर्वाधिक वन क्षेत्र. मध्य प्रदेश
(v) भारतीय वन्य जीव अधिनियम 1972
प्रश्न 4. सत्य/असत्य लिखिए-
(i) ओडिशा राज्य ने संयुक्त वन प्रबंधन का पहला प्रस्ताव पास किया।
उत्तर - सत्य
(ii) चिपको आंदोलन हिमालयी प्रदेश में चलाया गया।
उत्तर - सत्य
(iii) सरिस्का बाघ रिजर्व मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।
उत्तर - असत्य
(iv) देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 24.56 प्रतिशत हिस्सा बन आवरण के अंतर्गत आता है।
उत्तर - सत्य
(V) भारत और नेपाल देशों को बाघों का आवास स्थल माना जाता है।
उत्तर - सत्य
(vi) भारतीय वन्य जीव अधिनियम 1972 में लागू किया गया।
उत्तर - सत्य
(vii) आरक्षित वनों को सर्वाधिक मूल्यवान माना जाता है।
उत्तर - सत्य
प्रश्न 5. एक शब्द वाक्य में उत्तर लिखिए
(1) टिहरी में किसानों द्वारा कौन-सा आंदोलन चलाया गया था?
उत्तर - बीज बचाओ आंदोलन
(ii) भारत में स्थानांतरी (झूम) खेती मुख्यतः किन क्षेत्रों में की जाती हैं?
उत्तर - पूर्वोत्तर और मध्य भारत
(ii) जैव संसाधनों का विनाश किसके विनाश से जुड़ा हैं?
उत्तर -सांस्कृतिक विविधता
(V) छोटा नागपुर क्षेत्र की जनजातियां किसकी पूजा करती हैं?
उत्तर - महुआ और कदम्ब
(vii) भूमि पर पाया जाना वाला सबसे तेज स्तनधारी जीव है?
उत्तर - चीता
(ix) विकासशील देशों में पर्यावरण विनाश का मुख्य दोषी किसे माना जाता है?
उत्तर - औधोगिकीकरण को
(viii) 'श्वेष और बर्न' किससे संबंधित है?
उत्तर - स्थान्तरित कृषि
(x) टिहरी में किसानों द्वारा किया गया आन्दोलन का नाम लिखिए।
उत्तर - चिपको आन्दोलन
प्रश्न 5. जीव संरक्षण अधिनियम में संकटग्रस्त जातियों को बचाने हेतु क्या नियम बनाए गए?
उत्तर 1. वन्यजीव के आवास को कानूनी संरक्षण दिया गया।
2. शिकार पर तथा व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
प्रश्न 2 पारिस्थितिक तंत्र किसे कहते हैं?
उत्तर- भौतिक पर्यावरण और उसमें रहने वाले जीवों के सम्मिलित रूप को पारिस्थितिक तन्त्र या पारितन्त्र कहते हैं।
प्रश्न 3 आरक्षित बनों से क्या तात्पर्य हैं? समझाइये।
उत्तर - आरक्षित बनों से तात्पर्य है ऐसे वन क्षेत्रों से जो सरकार या अन्य संबंधित संगठन द्वारा वन्य जीवन के संरक्षण और संवर्धन के लिए सुरक्षित रखे जाते हैं। ये बन क्षेत्र आमतौर पर वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास होते हैं और विविध प्रकार के पौधों और पशुओं को आश्रय प्रदान करते हैं। आरक्षित वनों को संरक्षित करने का मुख्य उद्देश्य जैव विविधता को संरक्षित रखना और प्राकृतिक प्रक्रियाओं के समर्थन में सहायक बनना होता है। देश के आधे से अधिक वन क्षेत्र आरक्षित वन पोषित किए गए हैं। जहाँ तक वन और वन्य प्राणियों के संरक्षण की बात है, आरक्षित वनों को सबसे अधिक मूल्यवान माना जाता है।
प्रश्न 4 प्रशासनिक आधार पर वनों का वर्गीकरण लिखिए)
उत्तर प्रशासनिक आधार पर वनों का वर्गीकरण निम्नलिखित है:-
1. आरक्षित वन- इन बनों को इमारती लकड़ी का वन्य उत्पाद के लिए आरक्षित कर लिया गया है इन बनों में पशुओं को चराने व लकड़ी काटने की अनुमति नहीं है।
2. संरक्षित वन - इन वनों को और अधिक नष्ट होने से बचाने के लिए सुरक्षा की जाती है इसमें पशु चराने व खेती करने की अनुमति विशेष प्रतिबंधों में दी जाती है।
3 अवर्गीकृत वन- इसमें लकड़ी काटने व पशु चलाने में कोई प्रतिबंध नहीं होता है
प्रश्न 5 वन्य प्राणी संरक्षण के उपाय के उपाय लिखिये - ******
उत्तर — वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु निम्नलिखित प्रयास किये जा सकते हैं —
1. वन्य जीवों के प्राकृतिक आवासों को बिना हानि पहुँचाए नियन्त्रित करना।
2. वन्य जीवों के शिकार पर पूर्णतः प्रतिबन्ध लगाना।
3. वन्य क्षेत्रों में जैव मण्डल रिजर्व की स्थापना करना।
4. लुप्त हो रहे जीवों का पुनर्विस्थापन के लिए राष्ट्रीय पार्क, अभ्यारण्यों की स्थापना करना |
5. वन्य जीव प्रबन्धन की योजनाओं को ईमानदारी से लागू करना।
6. वन्य जीवों के प्रति लोगों की मानसिकता में परिवर्तन हेतु शिक्षा एवं जागरूकता का विकास करना।
प्रश्न 6. वनों के निम्नीकरण के कारणों का वर्णन कीजिये ?
उत्तर
1. कृषि और विकास के लिए भूमि का उपयोग - जल्दी और असामयिक खेती, औद्योगिकरण, और नगरीय विकास के लिए वन क्षेत्रों को कटाव किया जाता है।
2. स्थानांतरी (झूम) खेती अथवा स्लैश और बर्न खेती के लिए वनों की कटाई।
3. लकड़ी, कागज, और अन्य वन्य उत्पादों के लिए: - लकड़ी, कागज, और अन्य वन्य उत्पादों की मांग वनों के निम्नीकरण का प्रमुख कारण बनती है।
4. जलवायु परिवर्तनः जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम पैटर्न में बदलाव होता है, जिससे विशेष जल और तापमान आवश्यकता वाले पेड़-पौधे नष्ट हो सकते हैं।
5. वनों की अवैध कटाई कुछ स्थानों पर अवैध रूप से वनों की कटाई की जाती है, जिससे वन क्षेत्र का निम्नीकरण होता है।
प्रश्न 7.जैव विविधता को प्रभावित करने वाले कोई तीन कारक लिखिए।
उत्तर
1. वनों के निम्नीकरण (Deforestation): वनों के अति कटाव या निम्नीकरण से वन्य जीवन और पौधों के नाश का कारण बनता है। जंगलों के नष्ट होने से वन्य प्राणियों को नेतृत्व, आहार और आवास के संबंध में समस्याएं हो सकती हैं, जो जैव विविधता को प्रभावित करती हैं।
2. जलवायु परिवर्तन : जलवायु परिवर्तन जैव विविधता को भी प्रभावित करता है। उच्च तापमान, सूखे, बाढ़ और बदलते जलवायु के कारण, वन्य प्राणियों और पौधों के प्राकृतिक आवासों में बदलाव हो सकता है और इससे उनके संख्या में कमी हो सकती है।
3. जंगलों का प्रबंधन और उपयोग: वनों के गलत प्रबंधन और अनुशासनहीन उपयोग के कारण वन्यजीवों के नाश का सामना करना पड़ सकता है। अति वन्य उत्पादन, अवैध वन कटाई, और जलवायु परिवर्तन से प्राकृतिक वन्य जीवन का बिगड़ना एक आम समस्या है।
4. प्राकृतिक आपदाएं : आकस्मिक आपदाएं जैसे भूकंप, बाढ़, जलवायु परिवर्तन के कारण वन्य प्राणियों के नाश को गति देते हैं। इन आपदाओं से प्रभावित होने से कुछ प्रजातियों की प्राकृतिक संख्या में कमी हो सकती है और जैव विविधता कम हो सकती है।
प्रश्न ४. भारत में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 द्वारा वनों की सुरक्षा का क्या प्रावधान हैं? लिखिये।****
उत्तर
भारत में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 एक महत्वपूर्ण कानून है जो वन्यजीवों और वनों की संरक्षा, संवर्धन, और प्रबंधन के लिए बनाया गया है। यह अधिनियम भारत के प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। निम्नलिखित हैं,
इस अधिनियम में वनों की सुरक्षा के लिए प्रमुख प्रावधान वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र (Wildlife Sanctuaries): अधिनियम के तहत, वन्यजीव संरक्षण क्षेत्र स्थापित किए जा सकते हैं। ये क्षेत्र वन्यजीवों के लिए सुरक्षित आवास प्रदान करते हैं और उन्हें अनुमति देते हैं कि वे प्राकृतिक रूप से जीवन जी सकें।
राष्ट्रीय उद्यान (National Parks): अधिनियम राष्ट्रीय उद्यान स्थापित करने की अनुमति देता है, जो विशेष वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए विशेष उपायों का पालन करते हैं। ये उद्यान बन्यजीवों को प्राकृतिक रूप से जीवन जीने की सुविधा प्रदान करते हैं और उन्हें पर्याप्त संरक्षण सुनिश्चित करते हैं।
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के अन्तर्गत, वन्यजीवों का संरक्षण और प्रबंधन राज्य सरकारों की जिम्मेदारी होती है। राज्य सरकारें अधिकृत व्यक्ति और संगठनों को वन्यजीवों के आवासों की सुरक्षा और यह अधिनियम वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सजागता और जागरूकता प्रोत्साहित करता है। यह लोगों को वन्यजीवों के
महत्व को समझने और उन्हें संरक्षित रखने के लिए सहायता करता है।
प्रश्न9. वनों को किस प्रकार से संरक्षित किया जा सकता है? विभिन्न उपाय सुझाइए।
उत्तर :-
वन एक महत्त्वपूर्ण प्राकृतिक संपदा हैं। ये देश के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अतः वन संरक्षण के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाकर, वन समस्या का हल किया जा सकता है.
उपाय
1. वनों की अंधाधुंध कटाई पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है।
2. अति चराई पर रोक लगाई जाए।
3. वनों से वृक्ष काटने पर उनके स्थान पर वृक्षारोपण करना आवश्यक है।
4. वन क्षेत्र बढ़ाने के लिए, क्षेत्रों का निर्धारण करना चाहिए।
5. वन क्षेत्रों को संरक्षित करने की नितांत आवश्यकता है।
6. लकड़ी के ईंधन का उपयोग कम-से-कम हो। उसके लिए पूरक साधनों का विकास किया जाए।
7. वनों को हानिकारक कीड़े मकोड़ों, बीमारियों, आग आदि से सुरक्षित रखा जाए।
8. वनों की उपयोगिता और उसकी महत्ता की जानकारी के लिए जनचेतना व जनजागरण पैदा किया जाए।
गायत्री कोचिंग क्लासेस
पता - मैन बस स्टैंण्ड के पीछे शीतल ज्वेलर्स के सामने चन्दनवाड़ा रोड चौरई जिला - छिन्दवाड़ा म. प्र.
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479
पता - मैन बस स्टैंण्ड के पीछे शीतल ज्वेलर्स के सामने चन्दनवाड़ा रोड चौरई जिला - छिन्दवाड़ा म. प्र.
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479
सम्पर्क करे 8878872479 8085872479

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें